सीता क़े बिना राम का राधा क़े बिना कृष्ण का जड क़े बिना चेतन का और दुख क़े बिना सुख का सुगंध बिना पूरी खिलावट वाले फूल का क्या है कोई औचित्य जबकि जी रहा हूँ मैं कई युगो से हे प्रभु तेरे बिना r ©Parasram Arora औचित्य......