रुक कर चलता हूं, चल कर फिर रुकता हूं। रोज कुछ तो नया सीखता हूं, उस सीख से क्या सबक मिला वो औरों को भी बताता हूं। अपने साथ सबको लेकर चलता हूं, चलता हूं तभी तो मुस्कुराहट बिखेरता हूं। मैं आंधी में गिरता भी हूं, मैं चट्टानों में खड़ा भी रहता हूं। मैं इंसान हूं, इंसानों में मिलता भी हूं। मैं थोड़ा अलग हट कर हूं, तभी तो दिखता भी हूं। ©short sweet रुक कर चलता हूं। #poem #todayspoem #मोटिवेशनल #Butterfly