बेवफ़ाई की बाजार मे एक रोज़ मेरा भी नाम नीलाम हुआ टूट के चाहा जो उस मोहब्बत का सारे आम सौदा हुआ क्या गुज़री मुझपर ये ना पूछिये "साहेब" जिस्म से रूह तक वक़्त का तबादला हो गया ©chandni #LAST_ONE