कलयुग में इंसान बहुत स्वार्थी हो गया है, अपना रख पराया चखने में लग गया है। अपनों को छोड़कर बस अपनी फिक्र करने में लगा है, अपने स्वार्थ के लिए अपनों को भी धोखा देने लग गया है। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_179 👉 अपना रख पराया चख लोकोक्ति का अर्थ --- निजी वस्तु की रक्षा एवं अन्य की वस्तु का उपभोग। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।