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सुरमई शाम थी मैं थी तुम थे तुम घुटनों के बल बैठकर

सुरमई शाम थी
मैं थी तुम थे
तुम घुटनों के बल बैठकर
मेरे हाथ को अपने हाथ में लेकर 
मोहब्बत का इजहार कर रहे थे
और मैं
उस टूटते हुए तारे से विश में तुम्हें मांग रही थी

©Shilpa Modi
  # तुम्हें मांग रही थी
shilpamodi5844

Shilpa Modi

Bronze Star
New Creator

# तुम्हें मांग रही थी #ज़िन्दगी

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