क्रोध का दानव जब, भी आता है रिश्ते तहस-नहस, कर देता है यह जिस पर भी हबी होता है उसकी जिंदगी बिगाड़ देता है लोभ का राक्षस, जब भी आता है खुशियां खा जाता है यह बहुत मायावी है जन्नत को भी, जहन्नुम बना देता है जलन की आग जब, दिल में जलती है अंदर से रुलाती है, बाहर से जलाती है पूरी जिंदगी जलती ही, चली जाती है प्यार जब भी आता है, क्रोध को हटाता है रिश्तो के घाव, पल में मिटाता है यह बहुत मायावी है जहा भी होता है, जन्नत बना देता है त्याग जब भी आता है, लोभ को हटाता है जलन को मिटाकर, प्यार को लाता है यह बहुत मायावी है दानव को भी, मानव बना देता है जिंदगी के शैतान और भगवान क्रोध, लोभ और जलन यही है हमारे जिंदगी के कुछ शैतान. हमारी जिंदगी में जितनी भी बुरी चीजें होती है, वह सब इन तीन शैतानों की बजे से प्यार और त्याग यह दो हमारे जिंदगी के भगवान है, जिंदगी में जो भी अच्छी चीजें होती है वह बस इन दो भगवानों की बजे से होती है यही भगवान हमारे अंदर होते हैं