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सपनों की धूप में , पंख फैलाए....... मैं भी उड़ना

सपनों की धूप में ,
 पंख फैलाए.......
मैं भी उड़ना चाहती हूं !
इस फूल से उस फूल की दूरी
खुद तय करना चाहती हूं !
खुला आसमां न सही
पर इक पेड़ से दूसरे तक
मैं भी उड़ना चाहती हूं !
हूं मैं छोटी सी तितली 
पर ........
सपने मैं भी देखना चाहती हूं !!

©GauRi
  #Butterfly #सपने #poem #emotional