✍️आज की डायरी✍️ ✍️परवरदिग़ार..✍️ हमें चिन्ता नहीं खुद की उन्हें फ़िक्र हमारी है । इस जहाँ को बनाने वाले मेरी परवाह करते हैं ।। दर्द हमें हो तो सुकून उन्हें भी नहीं मिलता होगा । हर ग़म को वो दूर करने का प्रयास करते हैं ।। कुछ अच्छा तो सोचा होगा उसने मेरे लिए भी । यही सोचकर लोग सही वक्त का इन्तजार करते हैं ।। डूबते हुए का सहारा भी बन जाते हैं हमेशा वो । ऐसे परवरदिग़ार पर हम सब ऐतबार करते हैं ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र #LORD_GANESH