पल पल तरसाया है तूने, मात्र इक हसीन पल के लिए, वो पल भी आया मेरी ज़िन्दगी में, पल भर के लिए। मालूम ना था वो पल, हर पल मुझको तड़पायेगा, पल भर में ही सारे सपने को, तोड़कर चला जायेगा। लिखिए अपने विचार स्वर्ण साहित्य संगम के साथ साप्ताहिक प्रतियोगिता मे भाग लेने के लिए आप जुड सकते है हमारे व्हाटसएप्प समूह से प्रतियोगिता व्हाटसएप्प पर ही होगी परंतु आप यहां भी कोलोब कर सकते हो जो समूह मे जुडना असहज महसूस करते है वे अपनी रचना यहाँ भी लिख सकते है