सूखा पेड़ सूखा पेड़ देखा मैंने अकड़ से वो खड़ा हुआ है एक भी पत्ता नहीं उसमें अपनी जगह पर अड़ा हुआ है जरा भी नहीं नम्रता उसमें सीना ताने बस खड़ा हुआ है पंथी भी छाया को तरसे पर वो तो बस जमा हुआ है पंछी भी अक्सर भूखे रहते फल न एक भी लगा हुआ है शोक मनाती सूरज की किरणें ये इसको क्या हुआ है कितनी मेहनत करी हमने इस पर कुछ न असर हुआ है हे ईश्वर कैसी विडंबना है ये कैसा इस पर आघात हुआ है सूखा का सूखा ही रहा ये अहंकार से भरा हुआ है झुकना सीखा नहीं इसने अब मिटने को तैयार हुआ है .................................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #सूखा_पेड़ #nojotohindi # Deepti Harlal Mahato Manak desai Adv Rakesh Kumar Soni Sandip rohilla #