मुड़ के देखा भी नहीं हमने उन गलियों को जहां तुमने जीने मरने के कसमें खाएं थे।। तोड़ दिए हमने हर रिश्ते भी उनसे जो तुम्हारा हाल हमसे पूछा करते थे।। याद तो तुम्हे भी ना आई मेरी खामखां नहीं भूल पाऊंगा तुम्हें, ये वादे तुम करते थे।। ~simran #LastDay #love #akhirialfaz