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इस बार उनका मिलना हर बार की तरह मिलने जैसा ना था,

इस बार उनका मिलना हर बार की तरह मिलने जैसा ना था, वेसे काफी समय से मिले नही थे तो इस कारण इंतजार था दोनो को आपस मे मिलने का परन्तु इस बीच दोनो में झगड़ा भी हुआ परन्तु जिससे प्यार करते हो उससे 4 5 दिन में एक बार झगड़ा कर ही लेना चाहए और फिर प्यार करने वाले झगड़े के बाद वापिस एक दूसरे से कैसे मानते मनाते है उसी से तो उनके समर्पण का पता चलता है परा-प्रेम का बोध होता है, खैर आज रात को दोनो अपने अपने घर एक दूसरे के काल्पनिक साथ के साथ सोते हुए खुश थे क्योंकि आखिर काफी लंबे इंतजार के बाद कल वे मिलने वाले थे,

सुबह हुई दोनो ने बात करनी शुरू की 
बात चलते हुए तनया ने सूरज को मैसेज किया " सॉरी ! "
सूरज समझ नही पाया क्या हुआ उसने पूछा - क्या हुआ ?
तनया बोली - अब हम नही मिल सकते ,
सूरज ने सोचा कोई समस्या हुई होगा या घर पर मना कर दिया होगा बाहर निकलने से क्योंकि बाहर वायरस संक्रमण ज्यादा हो गया था इन दिनों और फिर बाद में वैसे भी नही मिल सकते थे परीक्षा के कारण तो सूरज ने कारण पूछा - क्या हुआ अचानक रात को तो बात हुई थी कि मिलेंगे अब क्या हुआ
तनया ने कहा - वो मैं पीरियड पर हो गयी, पता नही इस बार 10 दिन पहले हो गयी, और पहले हुई हु  इस कारण तबीयत ठीक नही दर्द ज्यादा है !

सूरज ने कहा - अच्छा ये बात है इसलिए मना कर रही हो बस?
तनया ने हाँ कहा फिर सूरज ने बोला - देखो अगर दर्द ज्यादा नही होता और तबीयत ठीक होती तो मै मिल लेता,
तनया ने दम्बता से पूछा - मिल लेते? ऐसे पीरियड है तो भी ?

अरे पीरियड है तो मिलने में क्या हर्ज ? शादी बाद साथ रहे तब ये नही होगा या ये हमे एक दूसरे से मिलने से रोकेगा? और वैसे हमे मिलना है जैसे हर बार मिलते है पीरियड हो या सामान्य मुझे वहाँ से क्या करना ? हम मिले बाते करे और बस थोड़ी शरारते इसमे उस जगह का क्या काम और क्या फर्क पड़े पीरियड है तो भी ? बस आपके दर्द ज्यादा है इसलिए आराम करो फिर कभी मिल लेंगे अगर दर्द नही होता सामान्य सा होता तो मिल भी लेता - सूरज में कहा!

तनया ने कहा - अच्छा ! ठीक है में कोशिश करूंगी अगर मिल पाऊ तो!
सूरज बोला - नही नही ! अगर सही नही लगे तो रहने दो फिर मिल लेंगे और लगे कि सामान्य है तो मिल लेंगे

( अगले दिन सूरज अपनी तनया के लिए कुछ लेकर उससे मिलने गया , अब घर पर मिल नही सकते थे पर उसने उसकी बहन को बोल कर उसे कही मिलने को बुला लिया )

तनया को अपनी गोद मे बिठा कर उसके बालो में हाथ डाले सूरज बोला - तुमने सोचा पीरियड पर है तो मैं मिल नही सकता ? ऐसे कैसे सोच सकती हो आप? इससे किया होगा? और क्या ये अप्समान्य है? नही ना, ये तो सामान्य जैव प्रकम है क्रिया है मासिक क्रम है जो होना ही है होता ही है इससे समस्या केसी ? हां इन दिनों आपको या सभी लड़कियों को आराम की ज्यादा जरूरत होती है भावनाओं को समझने की कोशिश अगर उस लड़की का साथी नही करेगा तो कौन करेगा अगर में आपके लिए या हर लड़का अपनी प्रेमिका के साथ इन दिनों में ऐसे व्यवहार करेगा तो फिर उन्होंने एक दूसरे को कैसे समझा ? 

तनया हल्की गति से बोली - आपकी बात सारी सही है पर फिर भी इन दिनों में ऐसे..
क्या पर क्या दिन क्या ऐसे क्या वैसे ?  क्या बदला है क्या अलग है सब वेसे ही है बस फर्क इतना है रोज आपका सर दर्द करता है क्योंकि वो खाली है अंदर से और आज पेट और शरीर दर्द कर रहा है बस - सूरज बोला बात काटते हुए छेड़ते हुए।

तनया बोली - अच्छा ठीक है मै बस इतना बोलू मुझे अजीब लगे!
सूरज उसके पेट पर हाथ से गुदगुदी करते हुए बात बोल रहा था - अच्छा ! तुमको याद है एक बार हम जब मिले थे तब हम खाने के लिए कुछ बना रहे थे तब मैं टमाटर काट रहा था और मेरी अंगुली कट गयी थी खून से भर गयी थी और तुमने क्या किया था?

तनया बोली - हा याद है और अब उस समय मुझे कुछ समझ नही आ रहा था मैंने बस आपकी अंगुली में खून देखा तो..
बात बीच मे काटते हुए सूरज बोला- तो आपने मेरे लगी हुई अंगुली खून बह रहा था अपने मुंह से रोक दी और अपना रुमाल बांध दिया
 ( इतना कहते हुए अचानक से सूरज ने अपना हाथ तनया के अंतरंग में एक क्षण के लिए डाल कर निकाल लिया ) वैसे आज से पहले ऐसा कभी किया नही बस अचानक हाथ डाल कर निकाला और तनया से बोला - मेरे खून आने पर आप जल्दी में सब छोड़ कर साफ कर सकती हो तो आज आपके भी तो खून ही है और ये खून से अलग तो नही तो में क्यो साथ नही दे सकता आपका आपके हर परिस्थिति में! ये भी वैसा ही लाल रक्त है बस निकलने का कारण और स्थान अलग होने से ये हमे अलग नही कर सकता,इसलिए ज्यादा न सोचा करो ये सामान्य क्रिया हहै बस अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखा करो।

( बस तनया बाद में सोचती रही क्या सच मे सबकी सोच ऐसे हो सकती है क्या इनकी सोच भी सही है? कहा हर कोई इन दिनों हमसे गुस्सा होते है दूर रहते है क्या क्या बोलते है और ये ऐसे, खैर इनकी सोच सही हो या गलत पता नही परन्तु मुझे अच्छी लगी मेरे लिए सही है ) #period #love #meeting #Couple #iravip
इस बार उनका मिलना हर बार की तरह मिलने जैसा ना था, वेसे काफी समय से मिले नही थे तो इस कारण इंतजार था दोनो को आपस मे मिलने का परन्तु इस बीच दोनो में झगड़ा भी हुआ परन्तु जिससे प्यार करते हो उससे 4 5 दिन में एक बार झगड़ा कर ही लेना चाहए और फिर प्यार करने वाले झगड़े के बाद वापिस एक दूसरे से कैसे मानते मनाते है उसी से तो उनके समर्पण का पता चलता है परा-प्रेम का बोध होता है, खैर आज रात को दोनो अपने अपने घर एक दूसरे के काल्पनिक साथ के साथ सोते हुए खुश थे क्योंकि आखिर काफी लंबे इंतजार के बाद कल वे मिलने वाले थे,

सुबह हुई दोनो ने बात करनी शुरू की 
बात चलते हुए तनया ने सूरज को मैसेज किया " सॉरी ! "
सूरज समझ नही पाया क्या हुआ उसने पूछा - क्या हुआ ?
तनया बोली - अब हम नही मिल सकते ,
सूरज ने सोचा कोई समस्या हुई होगा या घर पर मना कर दिया होगा बाहर निकलने से क्योंकि बाहर वायरस संक्रमण ज्यादा हो गया था इन दिनों और फिर बाद में वैसे भी नही मिल सकते थे परीक्षा के कारण तो सूरज ने कारण पूछा - क्या हुआ अचानक रात को तो बात हुई थी कि मिलेंगे अब क्या हुआ
तनया ने कहा - वो मैं पीरियड पर हो गयी, पता नही इस बार 10 दिन पहले हो गयी, और पहले हुई हु  इस कारण तबीयत ठीक नही दर्द ज्यादा है !

सूरज ने कहा - अच्छा ये बात है इसलिए मना कर रही हो बस?
तनया ने हाँ कहा फिर सूरज ने बोला - देखो अगर दर्द ज्यादा नही होता और तबीयत ठीक होती तो मै मिल लेता,
तनया ने दम्बता से पूछा - मिल लेते? ऐसे पीरियड है तो भी ?

अरे पीरियड है तो मिलने में क्या हर्ज ? शादी बाद साथ रहे तब ये नही होगा या ये हमे एक दूसरे से मिलने से रोकेगा? और वैसे हमे मिलना है जैसे हर बार मिलते है पीरियड हो या सामान्य मुझे वहाँ से क्या करना ? हम मिले बाते करे और बस थोड़ी शरारते इसमे उस जगह का क्या काम और क्या फर्क पड़े पीरियड है तो भी ? बस आपके दर्द ज्यादा है इसलिए आराम करो फिर कभी मिल लेंगे अगर दर्द नही होता सामान्य सा होता तो मिल भी लेता - सूरज में कहा!

तनया ने कहा - अच्छा ! ठीक है में कोशिश करूंगी अगर मिल पाऊ तो!
सूरज बोला - नही नही ! अगर सही नही लगे तो रहने दो फिर मिल लेंगे और लगे कि सामान्य है तो मिल लेंगे

( अगले दिन सूरज अपनी तनया के लिए कुछ लेकर उससे मिलने गया , अब घर पर मिल नही सकते थे पर उसने उसकी बहन को बोल कर उसे कही मिलने को बुला लिया )

तनया को अपनी गोद मे बिठा कर उसके बालो में हाथ डाले सूरज बोला - तुमने सोचा पीरियड पर है तो मैं मिल नही सकता ? ऐसे कैसे सोच सकती हो आप? इससे किया होगा? और क्या ये अप्समान्य है? नही ना, ये तो सामान्य जैव प्रकम है क्रिया है मासिक क्रम है जो होना ही है होता ही है इससे समस्या केसी ? हां इन दिनों आपको या सभी लड़कियों को आराम की ज्यादा जरूरत होती है भावनाओं को समझने की कोशिश अगर उस लड़की का साथी नही करेगा तो कौन करेगा अगर में आपके लिए या हर लड़का अपनी प्रेमिका के साथ इन दिनों में ऐसे व्यवहार करेगा तो फिर उन्होंने एक दूसरे को कैसे समझा ? 

तनया हल्की गति से बोली - आपकी बात सारी सही है पर फिर भी इन दिनों में ऐसे..
क्या पर क्या दिन क्या ऐसे क्या वैसे ?  क्या बदला है क्या अलग है सब वेसे ही है बस फर्क इतना है रोज आपका सर दर्द करता है क्योंकि वो खाली है अंदर से और आज पेट और शरीर दर्द कर रहा है बस - सूरज बोला बात काटते हुए छेड़ते हुए।

तनया बोली - अच्छा ठीक है मै बस इतना बोलू मुझे अजीब लगे!
सूरज उसके पेट पर हाथ से गुदगुदी करते हुए बात बोल रहा था - अच्छा ! तुमको याद है एक बार हम जब मिले थे तब हम खाने के लिए कुछ बना रहे थे तब मैं टमाटर काट रहा था और मेरी अंगुली कट गयी थी खून से भर गयी थी और तुमने क्या किया था?

तनया बोली - हा याद है और अब उस समय मुझे कुछ समझ नही आ रहा था मैंने बस आपकी अंगुली में खून देखा तो..
बात बीच मे काटते हुए सूरज बोला- तो आपने मेरे लगी हुई अंगुली खून बह रहा था अपने मुंह से रोक दी और अपना रुमाल बांध दिया
 ( इतना कहते हुए अचानक से सूरज ने अपना हाथ तनया के अंतरंग में एक क्षण के लिए डाल कर निकाल लिया ) वैसे आज से पहले ऐसा कभी किया नही बस अचानक हाथ डाल कर निकाला और तनया से बोला - मेरे खून आने पर आप जल्दी में सब छोड़ कर साफ कर सकती हो तो आज आपके भी तो खून ही है और ये खून से अलग तो नही तो में क्यो साथ नही दे सकता आपका आपके हर परिस्थिति में! ये भी वैसा ही लाल रक्त है बस निकलने का कारण और स्थान अलग होने से ये हमे अलग नही कर सकता,इसलिए ज्यादा न सोचा करो ये सामान्य क्रिया हहै बस अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखा करो।

( बस तनया बाद में सोचती रही क्या सच मे सबकी सोच ऐसे हो सकती है क्या इनकी सोच भी सही है? कहा हर कोई इन दिनों हमसे गुस्सा होते है दूर रहते है क्या क्या बोलते है और ये ऐसे, खैर इनकी सोच सही हो या गलत पता नही परन्तु मुझे अच्छी लगी मेरे लिए सही है ) #period #love #meeting #Couple #iravip