मातृभूमि *मातृभूमि* प्रेम नहीं है मातृभूमि से तो मृत है यह देह तुम्हारी करो प्रेम मातृभूमि से तो शाश्वत रहेगी देह तुम्हारी करो न्यौछावर मातृभूमि हित तन मन प्राण