White हाल-ए-दिल हम ने सुनाया तो बुरा मान गए अश्क आँखों में जो आया तो बुरा मान गए वा'दा करके जो न आए तो कोई बात नहीं बेवफ़ा कह के बुलाया तो बुरा मान गए जिस के हर लफ़्ज़ में हर बंद में नाम उन का था हम ने वो गीत सुनाया तो बुरा मान गए वो जो ग़ैरों से हम-आग़ोश हुआ करते हैं उन को पहलू में बिठाया तो बुरा मान गए आप ने जश्न चराग़ों का मनाया लेकिन इक दिया हम ने जलाया तो बुरा मान गए जाम पे जाम उठाते रहे पीने वाले हम ने जो हाथ बढ़ाया तो बुरा मान गए नाज़ पे नाज़ उठाया तो बड़े अच्छे थे नींद से उन को जगाया तो बुरा मान गए ऐब हर शख़्स में जो ढूँड रहे थे ' आइना उन को दिखाया तो बुरा मान गए.... ©dilkibaatwithamit हाल-ए-दिल हम ने सुनाया तो बुरा मान गए अश्क आँखों में जो आया तो बुरा मान गए वा'दा करके जो न आए तो कोई बात नहीं बेवफ़ा कह के बुलाया तो बुरा मान गए जिस के हर लफ़्ज़ में हर बंद में नाम उन का था हम ने वो गीत सुनाया तो बुरा मान गए