#dr_naveen_prajapati #शून्य_से_शून्य_तक #कवि_कुछ_भी_कलमबद्ध_कर_सकता_है.. तुम बनकर मेरे हमसफ़र , साथ तय करेंगे ये सफर , तुम बस हाथों में हाथ थमाए रखना । जब मन में आए हीन विचार,