हमारा छत्तीसगढ़ ऋषिमुनि की पावनवाणी, रम्य रंजक जिसकी गाथाएँ आओ पावन छत्तीसगढ़ से तुमको परिचित कराएं शहद सी मीठी छत्तीसगढ़ी बोली है रिश्तों में मिठास घोलती, यहां ईद और होली है जैटखांभ विशाल खड़ा, जैसे कुतुबमीनार यहां सुंदर से भी सुंदर है बस्तर का पठार यहां जिनके आँचल में बहती है पावन निर्झरनी नदियां गंगा जैसी स्नेह लुटाती, महानदी सदियां सदियां धनमौरी का मुकुट लिए, यह धरती माँ मुस्काती है धान की सोनी बालियों में मंद पवन इठलाती है प्रातः प्रभाती का सूर लेकर नीत - नीत चारण गान करें जन्म लिए जिस मिट्टी में, हम उस मिट्टी को प्रणाम करें स्मृति जगत (शब्द और स्मृति) ©Smriti Jagat (शब्द और स्मृति) Hamara chhattisgarh Chhattisgarh foundation day #Chhattisgarh #Nojoto #mahasamundwriter #CG #raipur #India #jayjohar #kavita #poem #Poetry