आओ हम मिलजुल कर हल ढूँढते हैं कीचड़ सी जिन्दगी में कमल ढूँढते हैं। जिन्दगी गुजारी है हमने घुट-घुट कर, चलो चलकर अब हसीन पल ढूँढते हैं। बेजान-सी बंजर हो गई है ये जिन्दगी, दिल की प्यास बुझाने हेतु जल ढूँढते हैं। आज की चिन्ता त्याग कर तू 'मधुकर' चलो आने वाला सुनहरा कल ढूँढते हैं। सुप्रभात। ऐसी कोई समस्या नहीं आपसी सहयोग के साथ जिसका हल न ढूँढा जा सके। #मिलजुलकर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #_मधुकर