रोज़ रोज़ मिटते हैं, फ़िर भी ख़ाक न हुए ये वो ख्याइशों के अंकुर हैं जो कभी शाख न हुए हसरत ए ख्याईशें तो तुझे पाने की थी हमारी, हम उन्हीं ख्याईशों में रोज जलते हैं,फिर भी राख न हुए ©Bhuvnesh Chakrawal #alone #pain #khyaaish #hasarat #love #mohbbat #Nojoto #bhuvneshchakrawal