Nojoto: Largest Storytelling Platform

सोने जैसा चमक रही सूरज की किरणों में तपकर जलधारा व

सोने जैसा चमक रही
सूरज की किरणों में तपकर
जलधारा विचरण करती है
गोदी में अगणित जलचर

इनका रूप रंग बदला है
देख उसे खुद इठलाती
जैसे कोई मूर्ति बनी हो
काट छांट करके पत्थर

©Sunil Kumar Maurya Bekhud
  #,जलधारा

#,जलधारा #कविता

36 Views