वो गुजरी बातें वो बीता जमाना याद आता है वो बचपन सुहाना छोटी-छोटी बातों की खुशियां मनाना ना कोई फिक्र ना कोई डर सताना याद आता है वो बचपन सुहाना ।। किताबों के ढेर से कंधे झुक जाते है कल की फिक्र मे ख्बाब छूट जाते है सूनी रातों मे पसर जाता है सन्नाटा इन मुश्किलों का हल नजर नही आता माना कोशिश हर समाधान का हिस्सा है पर चलूं किस राह यही अनसुलझा किस्सा है #फंसगएहै #बचपनकीयादें #समस्याएँ #अंधेरी_गलियाँ #yqbaba #yqdidi