सर्द दिसंबर इस दिसंबर बारिश का आलम कुछ यूँ रहा...... कि सर्द लगी उन्हें और वो बिन कहे मेरी बांहों मे आछुपे...... -------------------/!/------------------- - विकास अज़नबी ✍️