कितनी हैरान हूँ मैं खुद अपने सब्र का पैमाना देखकर उसने मुझे कभी याद नहीं किया और मैने कभी उसका इनतजार करना नहीं छोड़ा... #कितनी #हैरान #हूँ #मैं#