मेरे घर में एक बड़ा बरगद का पेड़ था जिसकी टहनियां

मेरे घर में एक बड़ा बरगद का पेड़ था
 जिसकी टहनियां दूर दूर तक फैली हुई
  हरी-भरी और खिली हुई थी 
जब भी धूप आई उसकी छांव ने हमें बचाया
 बिठाके गोद में बड़े प्यार से हमें सुलाया
जब भी खुद को अकेला पाया, पास बैठकर हमें दादा ने खूब हंसाया।
 कहानियों के माध्यम से हमें जिंदगी का सबक सिखाया
 वो  कहते कहते कहानी  खुद आज कहानी बन गया
 मेरे घर में बरगद का पेड़ आज  बिखर गया
 Miss u दादा जी

©Lp sahab
  #grandfather #दादाजी
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