कविता कोश गंगा मां का बस किनारा आंखों में दरिया दिल में उतर आ खामोश है जिंदगी तू सबसे बढ़िया मैं हूं एक किनारा तू है बस सहारा बहती रहेगी यूं कब तक तेरी मस्तानी यह धारा पूजते हैं लोग यहां गंगा मां का भी जल प्यारा उसके पास है बस आंसू मेरे पास है हिंदुस्तान सारा #Riverbankblue गंगा मां का किनारा