तुम्हारी तलवार को बे-धार होने का ख़यालात आ सकता है मुझे बचाने ये पूरा क़ायनात आ सकता है इतनी ताक़त है मेरी माँ की दुआओं में मेरी चिता बुझाने को बरसात आ सकता है -(क्षत्रियंकेश) बे-धार!