जरा सी जिंदगी सर्द हवाओं सी हो गयी है, ठिठुरती भी है, गर्म चादर मे सिसकती भी है और ज़िद्द भी है तन्हा सी मुस्कुराने की, खुदी के शामियाने में खुद को छिपाने की। #जरा सी