जीवनरूपी चलचित्र में बंधे हैं सब अपने चरित्र में कौन कितना पारंगत है अभिनय में सब प्रकट होता है परिस्थियों के खेल में जो जितना तपन सहता है निखरता उसका उतना चरित्र है जीवनरूपी चलचित्र में सब बंधे हैं अपने चरित्र में.. ©Poonam #theatreday #reel #Real #Life #Nojoto #nojotowriters