मैने जब भी रुककर खुद से तुम्हारे बारे में बात की, तुमने ही कहा कि चलते-२ बात करो देखना वक्त गल्त निकलेगा। देखो दिल रख लेना कोई और बहाना या मजबूरी बता देना, दिल तोड़ना बुरा है कोई रास्ता बेहतर निकलेगा। आँधी में कच्चे आम गिरे डाल से टूटकर, उस आम की पाल* डालना, ढोलना इन्तज़ार का फल (आम) मीठा निकलेगा। * पाल डालना- आम को पकाने की देसी विधी आम फिर बौरा गये..