वो बचपन के दिन... (Read in caption) बचपन के दिन कितने हसीन थे, दुख दर्द तो मानो था ही नही हर पल तो खुशियो से ही भरा होता था! बचपन के दोस्त भी बहुत अच्छे हुआ करते थे, जिसके साथ हम खेल लिया करते,वो मानो दोस्त बन जाते थे तब न तो दोस्ती का मतलब पता था ओर न ही कोई मतलबी रिश्ते निभाये जाते थे!