पुरानी जिंदगी से मिल ना जाऊ कही गुनाहो के दलदल मे फस ना जाऊ कही सहरी इफ्तार की यादें तड़पा रही है जुदाई के गम मे मर ना जाऊ कही #Wish #Alvida_mahe_ramzan