पीकर तेरी यादों के ज़हर का प्याला, सरेआम गली में बदनाम हो गया। गुजरों कभी दिल के बाजार से, तो पलट कर देखना मेरा दुकान बहुत पीछे रह गया। उम्मीद है खुश हो तुम कांच के महल में, मेरा घर मिट्टी का रह गया।। ©Ashok Kuri #लव❤ #फर्स्ट #Ray