महबूब मेरे के नाम से छेड़ दी मुझे तन्हाई है, अकेले में तड़पाती है मुझे इश्क़ मेरा इलाही है, तुम महबूब से मेरे जाकर कुछ ना कहना है हवा, मीठा सा दर्द जो सीने में जीने की आस बंधाई है। ♥️ महबूब मेरे ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ काॅमेंट में भी "महबूब मेरे" ही काॅमेंट करना है।