मर मिटा था मैं जिस पर खूबसूरत और पहाड़ी देखकर ठुक

मर मिटा था मैं जिस पर खूबसूरत और पहाड़ी देखकर
 ठुकरा दिया उसने मुझे बदसूरत और अनाड़ी देखकर
गुरुर ए हुस्न में उसे मेरी सच्ची मोहब्बत नजर न आई
गैर की हो गई बेमुरव्वत उसकी दौलत और गाड़ी देखकर

_____महेन्दर बाबू अल्मोड़ा!


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©mahendra babu almora
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