बात गुलाबों कीं थी और तुम याद आये मैं सोच में पड़ गया , कैसे छुं लूँ तुम्हें कहीं ये कुम्हला ना जाये , मैं स्तब्ध देखता रहा तुम्हें ,मुझें हर गुलाब में सिर्फ तुम सिर्फ तुम नजर आए....बात गुलाबों की थीं भीनी भीनी खुश्बू में तुम संग मेरे चले आये , बात गुलाबों की थी , मुझें तुम याद आये #neerajwrites pic originally taken by me