दीवारें सुन लेती हैं, मीनारें चुन लेती हैं, ख़बरों के पीछे का सच, अख़बारें बुन लेती हैं, बेसिर पैर की बातों से, सर अपना धुन लेती हैं, सुनकर झूठी तक़रीरें, 'गुंजन' जल-भुन लेती हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ○प्र○ ©Shashi Bhushan Mishra #सुन लेती हैं#