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इश्क-ए-बनारस... कुछ दिन ही साथ गुजरी थी तेरे मैने

इश्क-ए-बनारस... कुछ दिन ही साथ गुजरी थी तेरे 
मैने तब खुद को पहचाना था

हां इश्क हुआ था मुझको भी, 
बनारस मै भी तेरा दिवाना था।

वो CHS का पहला दिन 
पूरा हुआ  सपना पुराना था।
इश्क-ए-बनारस... कुछ दिन ही साथ गुजरी थी तेरे 
मैने तब खुद को पहचाना था

हां इश्क हुआ था मुझको भी, 
बनारस मै भी तेरा दिवाना था।

वो CHS का पहला दिन 
पूरा हुआ  सपना पुराना था।
subodhkumar3204

subodh kumar

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