इतना दूर आ चुके है , बस अब तो हम और हमारी मंज़िल बस इन्ही का सहारा है , फांसले भी बहुत कम रह गए है , मंज़िल भी मिलने को है , कदम भी रुकने का नाम नहीं ले रहे , जूनून की आग भी ज्वाला बनने की ओर है , चंद अल्फ़ाज़ बिछड़ने वालों के नाम #चलतेचलते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi