यूँ बसंत का जाना और बारिश का आना, करता है दीवाना। यूँ तेरा बरसती बूंदों में बदन को भिगोना,करता है दीवाना।। आशिक़ तो लाखों मिलने बुलाते है, सनम को। यूँ तेरा पहली बारिश में हमको बुलाना, करता है दीवाना।। ✍️Kuldeep Prajapati ©k p छम छम बारिश का आना #barish