सेहलाब आने का इशारा है जनाब... कितना रोका खुदको मैंने यूं आंसुओं से भर जाने को... अब मेरे दिल का कागज वाला बांध भी क्या कर पाएगा... कागज है, वो बेह ही जाएगा... #सेहलाब आने का #इशारा है जनाब... कितना रोका खुदको मैंने यूं आंसुओं से भर जाने को... अब मेरे दिल का #कागज वाला #बांध भी क्या कर पाएगा... कागज है,वो बेह ही जाएगा... #findingyourself