मन भंवरा मात गे हे मोर संग बड़ जुलुम होगे समझावत थक गेंव माने नही का जानी येला का होगे सुते-सुते गुनत रहिथे घेरी बेरी नाम काकर लेवत रहिथे का रोग हमा गे हे येला मोर जी के जंजाल होगे काम बुता म मन नई लागय भूख प्यास के नई हे सुरता का करंव मैं समझ नई आये मोर ज़िनगी के काल होगे भटकत रहिथे येति ओती सब के सुध-बुध भुलागे मनावत रहिथों अब्बड़ फेर माने नई बात येला का होगे #love #myquote #feelings #hindi #shayari #chhattisgarh #chhattisgarhi