वाकिफ़ तो रावण भी था अपने अंजाम से मगर, नैया लगेगी पार बस उसकी श्रीराम से डगर टेढ़ी ही सही मगर स्वर्ग तो पाऊंगा मुझे क्या लेना देना किसी के इंतकाम से शायर - बाबू कुरैशी #तहज़ीब हमारी भी