Dads Angel परियों के देश से एक अप्सरा है आयी आते ही सब पर क्या जादू है चलाई पलभर में सब के आंखों की नूर हो गई रोशन कर आंगन कोहिनूर हो गई जब तक न देखूं उसका चहेरा मासूम खोया खोया मै रहूं दिल भी गुमसुम धन्य हो गया बेटी तुझको मै पाकर सदा चमके सूर्य जैसे बनकर दिवाकर देना इतना मान कि मै सह न पाऊं मेरी उमर तुझे लगे भले मर मै जाऊं गर्व है मुझे की मै तेरा बाप हूं बयां करू कैसे की मै कितना उत्ताप हूं परियों के देश से एक अप्सरा है आयी... कवि:श्रवण चौधरी(राही) सच में बेटियां देवकन्या होती है #dadsangel