Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम थी 🥀 चल पडू उन रस्तो पर जाहा उंचे हैं शिखर फ

तुम थी 🥀
चल पडू उन रस्तो पर
जाहा उंचे हैं शिखर 
फिर भी मंजिले गुम थी
बस सोचता था के मेरे पास तुम थी

हर शाम जो बिती तुम्हारे नाम
मैं बोलता राहा तुम सुनती रही
दो नो रुक गये क्यू आंख नम थी
बस सोचता था के मेरे पास तुम थी

तुमने क्या कहा मैं सून नहीं पाया
सपने बिखरे हैं मैं बुन नहीं पाया
मैं धागा उन की बूनाई तुम थी
बस सोचता था के मेरे पास तुम थी

यु तो मंजिल रस्ता ओर सफर तुम हो
मैं मुसाफिर तुम को पाने चला
मैं मजहब का मारा तुम खयालो को चुमती
ये जिंदगी मेरी पहाडो मे घुमती
साया था मैं हकीकत तुम थी
बस सोचता था के मेरे पास तुम थी

©Akshu Dhabale
  #kingakshuindia
#nojato #shayri💔

#kingakshuindia #nojato shayri💔

109 Views