अनामिका कितनी भी काली हो पर चंद्रमा चमकता है किन्तु मन के तम में तो केवल तिमिर हि शेष रहता है मनुष्यता का ये नरसंहारक जब संसार धूमिल करता है तब बिकते स्वपन लोगो के कैसे धरा पर जीवित रहेगें ??? ©Kavitri mantasha sultanpuri #मन_का_तम #KavitriMantashaSultanpuri