"कटी पतंग दिल की ऐसे, जब देखा हमने एक-दूजे को पहली बार; एहसास के कच्चे धागे से पेंच लड़े, आँखों-आँखों में हुआ प्यार। तुरंत अंगूठी पहनाने की रस्म अदा करा दी, घरवालों ने एक-दूसरे के साथ करके विचार; मंगेतर बने हम उस दिन, मकर-संक्रांति का ही था त्योहार।।" ©Anjali Singhal #makarsankranti "कटी पतंग दिल की ऐसे, जब देखा हमने एक-दूजे को पहली बार; एहसास के कच्चे धागे से पेंच लड़े, आँखों-आँखों में हुआ प्यार। तुरंत अंगूठी पहनाने की रस्म अदा करा दी, घरवालों ने एक-दूसरे के साथ करके विचार;