झुकी-झुकी सी नजर, किस बात की गवाही दे रही हैं? या इकरार में शरमा रही हैं या इनकार में ठुकरा रही हैं| झुकी-झुकी सी नजर, किस बात की गवाही दे रही हैं? या गंदी नजरों से पीछा छुड़ा रही हैं या डर के मारे नज़र झुका रही हैं| झुकी झुकी सी नज़र में है गर डर तो उठा नज़र,लड़ हिम्मत कर, झुकी झुकी सी नज़र में है गर प्यार तो मिला नज़र प्यार का इज़हार कर| नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳