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खामोश थे लब पर बोलने की चाहत थी,दिल में थी तम्मना

खामोश थे लब पर बोलने की चाहत थी,दिल में थी तम्मना कुछ कहने की ख्वाहिश थी,, करने चला इजहार ए दिल, पता लगा वो किसी और की मोहब्बत थी /🖋️#बउवा सिंह

©thakur sarwagya pratap singh urf bauva singh singh
  #Raftaar प्यार हो किसी और का......

#Raftaar प्यार हो किसी और का...... #शायरी

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