गुलाब का रूआब
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होता तो है रूआब हर गुलाब का,
अतरंगी बेबाक रंग ले शबाब का!
सच ही तो है। ऐसे ही थोड़ी ना कोई गुलाब किसी की किस्मत में आ जाता है। पहले से लिखा होता है सब कुछ, बागबान के उस तक पहुंचने से भी पहले।
संपूर्ण प्रेम कहानी लिखी होती है कहीं... किसी ने। दो लोगों के बीच कब और कैसे पहुंचेगा सब तय होता है। पहुंचेगा तो माथे सजेगा... गले झूलेगा या हाथों में पकड़ाया जाएगा... सब मालूम होता है। पर, कोई अटकलें नहीं लगा पाता। #a_journey_of_thoughts#unboundeddesires#हिम_और_मेरी_कलम#shreekibaat_AJOT#write_for_roses