Nojoto: Largest Storytelling Platform

हा शायद लापता हुवा था अभी कुछ दिनों से। शायद अंधेर

हा शायद लापता हुवा था अभी कुछ दिनों से।
शायद अंधेरे में ही दफ्न मेरी कहानी थी।।
आया हूं फिर से उस उजाले के पास ।
मिल जाए शायद मेरी रूह को वो विश्वास!
कि हा मैं अकेला नहीं उस अंधेरे में ।
कुछ ना सही मेरी परछाई तो है इस सफर में।।

©Ahsas Alfazo ke
  #theatreday 
#comeback
#ahsasalfazo
#writer #poet  B Ravan pramodini mohapatra Priya Gour Neeraj Mishty Jha