सर्दी सूर्य देव को कोहरे ने यूँ बना लिया है बंधक लगे काँपने जोर जोर से लग गई उनको ठंढक नहीं सूझता किधर वो जाएं चारो तरफ अंधेरा कहने को है दिन लेकिन है घने तिमिर का डेरा सोच रहें हैं आग जलाकर उनको कोई तपाए हालत उनकी देख कोई न उनकी हँसी उड़ाए उनकी किरणें जुटीं यूद्ध में विजय न होगी जबतक कोहरे का सम्राज्य रहेगा इस धरती पर तबतक बेसब्री से सारी दुनिया बेखुद करे प्रतिक्षा धूप खिलेगी सुखदायी जब होगी प्रभु की इच्छा ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #Winter